हम नेटवर्किंग तकनीक के जानकार उत्साही लोगों का एक समूह हैं जो अब और अधिक देर तक बस एक ओर खड़े होकर आज की दुनिया में जो हो रहा है उसे और हमारे समाज में स्वतंत्रता के मूलभूत मूल्यों को कमज़ोर किए जाते हुए नहीं देख सकते हैं। हमने बदलाव लाने का निर्णय लिया है! हम 1984 Group हैं।
हमारे मुख्य मूल्य संवाद की गोपनीयता और आत्म-अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता से संबंधित सभी मानवाधिकारों की रक्षा करना हैं। हम इस घोषणापत्र के जरिये मानवता के इन मूल्यों को ऊपर रखने और भविष्य के उच्च रूप से तकनीकी समाज में इसके लिए एक मज़बूत नींव तैयार करने की आशा करते हैं। हम मानवतावाद और स्वतंत्रता दोनों को सम्मिलित करने वाले एक स्व-नियामक समाज के विकास हेतु योगदान करना चाहते हैं।
जिस तेज रफ़्तार से चलने वाली दुनिया में हम आज रहते हैं, जो बहुतायत में विभिन्न प्रकार की सूचना तकनीकों से भरी हुई है, विश्वसनीय संवाद हमारे जीवन के सबसे अहम हिस्सों में से एक बन गया। यह सब वास्तव में तब शुरू हुआ था जब ARPANet पर डेटा का पहला बिट भेजा गया था और पहला डेटा कनेक्शन स्थापित हुआ था। अचानक हमने एक नए आयाम में प्रवेश कर लिया था, सूचना प्रसार। तब से, संचार माध्यम हमारी दुनिया को कसकर जकड़ते जा रहे हैं और अब उन्होंने हमें एक ही क्षण में बहुत बड़ी मात्र में डेटा का स्थानांतरण करने की योग्यता प्रदान कर दी है।
नेटवर्कों ने हमें सबसे महत्वपूर्ण तत्व प्रदान किया है - स्वतंत्रता। अचानक हर किसी को इंटरनेट पर किसी भी विषय पर अपने मतों और विचारों को अभिव्यक्त करने का अवसर मिल गया था। सूचना की आसान उपलब्धता ने जनता से किसी भी समाचार को छिपाकर रखना लगभग असंभव बना दिया। सेंसर-व्यवस्था का लगभग कोई अस्तित्व नहीं था। ई-मेल जैसी कई सेवाओं की लोकप्रियता बढ़ने लगी। यद्यपि, जिस आसानी से हम सूचना को साझा कर सकते थे उसने गोपनीयता और अनामिकता का भ्रम उत्पन्न किया, वैसे ही जैसे कि ई-मेल ने हमें भ्रमित किया कि पत्र की अंतर-विषयवस्तु गुप्त रहेगी और उसे कोई गैर-भरोसेमंद डाकिया नहीं पढ़ेगा। हम पूरी तरह से भूल गए हैं कि हमारी सभी गतिविधियों पर नज़र रखी जा सकती है और सरकारों और निजी कारपोरेशंस के द्वारा अन्य उद्देश्यों हेतु हमारे डेटा का प्रयोग किया जा सकता है, और दुर्भाग्यवश बिलकुल वही हुआ है।
लगभग सभी विकसित देशों की सरकारें अपने मुख्य शत्रु, स्वतंत्र समाज, के साथ एक अदृश्य युद्ध लड़ रही हैं। स्वतंत्रता, लोकतंत्र और वे मूलभूत सिद्धांत जिनपर हमारी दुनिया का निर्माण किया गया था, से संबंधित सभी शब्द और वक्तव्य स्वतंत्र लोगों का ध्यान भटकाने, उन्हें दिग्भ्रमित करने, मूर्ख बनाने और नियंत्रित करने के बस अभियान मात्र हैं। स्वतंत्रता और लोकतंत्र की किवदंती के अंतर्गत, पुलिस के द्वारा चलाया जाने वाला एक आदर्श राज्य बनाया गया जिसमे प्रत्येक व्यक्ति का जीवन पूरी तरह मानकीकृत और ज्ञात होना आवश्यक था। लोकतंत्र अपने असली अर्थ के अनुसार - "लोगों का शासन" - भी एक अन्य भ्रम है। पत्र-पत्रिकाओं को नियंत्रित करके और सोशल मीडिया से चालाकी से काम निकालकर, सरकारें और निजी कॉरपोरेशन वांछित विचारधाराओं का निर्माण कर पाते हैं और उन्हें जनता में वितरित कर सकते हैं। इन विचारधाराओं से इतर किसी भी विचारधारा को अस्वीकार्य समझा जाता है और उन्हें बहुत शुरुआत से ही सरकार के द्वारा दबाना शुरू कर दिया जाता है।
नेटवर्क समूहों और व्यक्तियों को किस हद तक स्वतंत्रता प्रदान कर सकते हैं इसका अहसास होने पर, सरकारों ने इस विशिष्ट क्षेत्र में होने वाले संभी बदलावों को कुचलने और नष्ट करने का निर्णय लिया, जो आधुनिक दुनिया में बड़ी मात्रा में दिखाई देने लगा। सरकारों ने, दुनिया के सबसे बड़े सूचना तकनीकी कॉरपोरेशंस के साथ साझेदारी में, दुनिया की सूचना पर पूर्ण रूप से स्वामित्व स्थापित करने का लक्ष्य रखा है। अपने लक्ष्यों को हासिल करने के लिए सरकारें किसी भी नेटवर्क पर भेजे जाने वाले डेटा के हर एक बिट को बीच में रोककर पढ़ने और उसका विश्लेषण करने के लिए कोई भी आवश्यक गैर-कानूनी या अनैतिक कदम उठाने के लिए तैयार हैं। सरकारों ने हर संभव उपलब्ध तरीके का प्रयोग किया है, उन्होंने नेटवर्किंग डिवाइसेज़ पर हार्डवेयर के पैचेज़ को इंस्टॉल किया है, सूचना प्रद्योगिकी कंपनियों को अवैधानिक रूप से सहयोग प्रदान करने हेतु विवश किया है, ऐसे कानून बनाएं हैं जिन्होंने निगरानी को वैधानिक बना दिया है और वेब से प्रयोक्ताओं के निजी डेटा को एकत्रित किया है।
1960 के दशक में, जॉर्ज ओरवेल ने पुलिस द्वारा चलाए जाने वाले आदर्श राज्य की विशेषता वाले भविष्य की कल्पना की, जिसमे पुलिस सरकार के दृष्टिकोण से गलत सूचना को प्रकट करने वाले जागरूक लोगों को उस सूचना को प्रकट करते ही हिरासत में ले लेती थी, और सत्य का मंत्रालय, अत्यंत गहन सेंसर-व्यवस्था से गुजर कर आने वाली, केवल एक प्रकार की "सही" सूचना को ही समाज को प्रदान करता था। हमारे अंदाजे के अनुसार ओरवेल अनुमान नहीं लगा सकता था कि 21वी शताब्दी, उच्च तकनीक वाली हमारी दुनिया, में कुछ देश उसके आदर्शलोक विरोधी विचार को पूर्ण रूप से स्थापित करने के लिए कार्य करेंगे। नेटवर्कों की सहायता से, सरकारों के पास किसी भी व्यक्ति की निगरानी करने के लिए बहुत से हथियार हैं। सूचना प्रवाह को नियंत्रित करके, उनके पास नेटवर्क पर भेजे जाने वाले डेटा के शुरूआती चरण में किसी भी व्यक्ति की विचार-भिन्नता को दबाने की क्षमता है। समस्त अविश्वसनीय सूचना को फिल्टर करके और प्रयोक्ताओं को वह सूचना प्रदान करके जो उनके लिए लाभकारी है, सरकार के हाथ में सेंसर-व्यवस्था को लागू करने का एक बहुत शक्तिशाली साधन है। फोन कॉल्स को सुनकर, ई-मेल्स व तत्काल संदेशों को पढ़कर व उनका विश्लेषण करके, तकनीकी सरकारों के शासक नागरिकों की स्वतंत्रता की बिलकुल परवाह नहीं करते हैं। संवाद की गोपनीयता मानवाधिकारों का एक अभिन्न अंग है। निजी संवाद का अधिकार विकसित देशों के अधिकतर संविधानों के द्वारा प्रदान किया गया है, यद्यपि गैर-कानूनी तरीके से बनाए गए विधान उनकी अवहेलना करते हैं। जब आपकी अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के अपरिहार्य मानवाधिकारों और आपके विचारों, अवधारणाओं, शब्दों और भावनाओं से सबंधित गोपनीयता के अधिकार के साथ भेद-भाव करने वाले अतिरिक्त कानून या संशोधन आते हैं तब कोई भी आपके बारे में नहीं सोचता है। सूचना प्रोद्योगिकी कॉरपोरेशंस आपकी वरीयताओं, आवा-जाही, आपकी कॉल्स, आपकी संपर्क सूचीयों और सोशल नेटवर्कों में संवादों सहित आपके समस्त डेटा का विश्लेषण कर रहे हैं। मुख्यतया वितरित लेजर तकनीक और पहचान के डिजिटलीकरण में तीव्र वृद्धि एवं विकास के चलते, आज से पाँच साल बाद ऐसी विधियों की प्रभावकारिता में वृद्धि का पूर्वानुमान लगाना भी कठिन है। इन विश्लेषणों से कॉरपोरेशंस को आपसे और अधिक पैसा वसूलने और विचार-भिन्नता एवं सरकार के दृष्टिकोण के अनुसार अविश्वसनीय व्यक्तियों के साथ संभावित वार्तालापों हेतु डेटा का और अधिक विश्लेषण करने के लिए सरकार के साथ सफलतापूर्वक काम करने में मदद मिलती है। समय के साथ, यह पागलपन का चलन और अधिक सशक्त हो जाएगा, और उसी तरह इस विकेंद्रीकृत तकनीक को नियंत्रित करने वाली शक्तियाँ भी अधिक सशक्त हो जाएंगी। और अब निष्पक्ष होने के कारण, आप समझ-बूझ के साथ इस तथ्य से सहमत हैं कि आपकी स्वतंत्रता को छीना जा सकता है, छीन लिया जाएगा।
इस समस्या का एकमात्र समाधान विकेंद्रीकरण है। जिस किसी का भी एक केंद्र होता है वह असुरक्षित होता है। एक विकेंद्रीकृत नेटवर्क को नियंत्रित नहीं किया जा सकता है जो इसे अत्यधिक शक्तिशाली बनाता है। और क्या है जो आपके डेटा की रक्षा करने में सहायक हो सकता है? एन्क्रिप्शन! यह हमारा सबसे मज़बूत अस्त्र है। एन्क्रिप्ट किए गए संदेशों को बिना किसी अवरोधों के विकेंद्रीकृत नेटवर्क के जरिये आसानी से फैलाया जा सकता है, सरकार संदेशों की अंतर्निहित विषय-वस्तुओं और सम्मिलित पक्षों का केवल अंदाजा ही लगा सकती है। हमारे मैसेंजर के रूप में आपके पास अपने संवादों को निजी एवं सुरक्षित रखने का एक आदर्श टूल है।
केवल आप ही अपने संवाद को फिर से गोपनीय बना सकते हैं और हमारे समाज में स्वतंत्रता की ओर इस अहम कदम को बढ़ा सकते हैं। Utopia को विकसित करते समय हमने दुनियाभर के लोगों की चिंताओं, विचारों और इच्छाओं को सुना था। अब हमने एक ऐसा साधन विकसित किया है जो आपके जीवन में फिर से अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और संवाद की गोपनीयता को लौटाने में आपकी सहायता करेगा।
Utopia एक विकेंद्रीकृत नेटवर्क है, जिसमे डेटा संचार और संग्रहण में कोई केन्द्रीय सर्वर शामिल नहीं है। यह नेटवर्क इसे प्रयोग करने वाले लोगों के द्वारा चलाया जाता है। Utopia से आप तत्काल पाठ्य-अंश और आवाज़ वाले संदेश भेज सकते हैं, फाइलें स्थानांतरित कर सकते हैं, इसमे ब्लॉग या न्यूज़ फीड चलाने हेतु चैनल हैं, और आप सामूहिक चैट कर सकते हैं या एक निजी परिचर्चा कर सकते हैं। चैनल को समेकित uMaps का प्रयोग करके जीयोटैग किया जा सकता है, जिससे दुनियाभर के Utopia के चैनलों को खोजने में आसानी होती है, इसके साथ में अतिरिक्त सुरक्षा प्राप्त होती है इसलिए आपको सार्वजनिक नक्शों का प्रयोग करने की ज़रुरत नहीं होती है। Utopia में मौजूद uWallet की मदद से आप सभी वित्त संबंधी कार्यों को कर सकते हैं, इससे आप Utopia की क्रिप्टोकरेंसी 'Crypton' में भुगतान कर सकते हैं और भुगतान प्राप्त कर सकते हैं, अपनी वेबसाइट पर भुगतान स्वीकार कर सकते हैं, अपनी पब्लिक की को प्रकट किए बिना Crypto कार्ड्स से भुगतान कर सकते हैं या अपनी सेवाओं हेतु Utopia के अपने साथी प्रयोक्ताओं का बिल बना सकते हैं। अन्य विशेषताओं में शामिल है तेज़ एवं आसान एकीकरण हेतु विकसित किया गया API, uNS के नाम वाले प्रयोक्ता और किसी अन्य नेटवर्क प्रयोक्ता के बीच डेटा टनल करने की क्षमता, जिसकी मदद से Utopia के भीतर वेबसाइटों को होस्ट किया जा सकता है।
स्वतंत्रता है, किन्तु केवल उन्ही के लिए जिन्हें इसकी वास्तव में आवश्यकता है। अपनी व्यक्तिगत स्वतंत्रता की रक्षा करके आप मानवजाति के क्रमिक विकास को बढ़ावा दे सकते हैं और आपकी सहायता से हम मानव विकास के अगले चरण में प्रवेश कर सकते हैं - स्व-नियामक समाज।
स्वतंत्र व्यक्तियों के लिए इस साधन में अपना संपूर्ण समय और स्रोत लगाकर, हम निष्ठांपूर्ण होकर एक ऐसे आदर्श समाज का निर्माण करने का प्रयास कर रहे हैं जो मौजूदा सभ्यताओं के हजारों वर्षों के अनुभव पर आधारित तर्कसंगत एवं गणितीय ऐल्गोरिदम्स और विश्लेषणों का प्रयोग करके स्वयं को नियंत्रित करेगा। हम निष्पक्ष न्यायालयों एवं विकेंद्रीकृत नेटवर्कों को विकसित होते देखना चाहते हैं जो मानवोचित समाज की शक्ति पर आधारित निर्णय करेंगे। हम इस तथ्य पर आधारित लोगों की असली शासन शक्ति को देखना चाहते हैं कि विधान जनता के द्बवारा बनाया जाता है नाकि उससे लाभ उठाने वाले कुछ व्यक्तियों के द्वारा। हम क्रिप्टोग्राफी और गणित पर आधारित एक वैश्विक विकेंद्रीकृत मतदान एवं जनमत-संग्रह की प्रणाली को देखना चाहते हैं। इस क्षण भविष्य का जन्म हो रहा है और संवाद हेतु इस सुरक्षित साधन में हर एक व्यक्ति का योगदान एक वास्तविक रूप से मानवोचित, सम्पूर्ण रूप से स्वतंत्र और विकेंद्रीकृत समाज के निकट पहुचने में हमारी बहुत मदद करेगा।